Ek Din Bank Mein | AAPAS KI BAAT Part 4
Long ago Anton Chekov, the famous and well-known Russian writer wrote some beautiful stories. They were comic stories but conveyed an important message about exploitation. The veteran Indian Playwright, Actor and Director, Dinesh Thakur, adapted and presented these stories as an enjoyable play ca…
Paani Mein Doobne Wala Aadmi | | AAPAS KI BAAT Part 3
Long ago Anton Chekov, a famous and well-known Russian writer wrote some beautiful stories. They were comic stories but conveyed an important message about exploitation. The veteran Indian Playwright, Actor and Director, Dinesh Thakur, adapted and presented these stories as an enjoyable play call…
Aurton Ko Phasane Wala Aadmi | AAPAS KI BAAT Part 2
In the second story, AURTON KO PHASANEWALA AADMI, Sumit is quite proud of his skills where wooing women are concerned and goes about wooing Reeta using the foibles of her own husband Nikhil. What would this mean for Reeta and Nikhil’s marriage? Long ago, Anton Chekov, a famous Russian writer wro…
AAPAS KI BAAT Part 1 | MILLI AUR MALKIN
एक अरसे पहले प्रसिद्ध रूसी लेखक एंटोन चेकोव ने कुछ बहुत ही ख़ूबसूरत कहानियाँ लिखीं, इन कहानियों में हास्य के साथ साथ शोषण के बारे में भी एक महत्वपूर्ण संदेश था । जानेमाने, अनुभवी नाटककार, रंगमन्च और सिनेमा के अभिनेता और निर्देशक, दिनेश ठाकुर ने इन कहानियों को एक मनोरंजक नाटक आपस की बात के नाम से …
MASHAAL
मशाल एक पुरजोश सम्वाद है - एक युवा लड़की रुख़साना को इत्तेफ़ाक से क्रांतिकारी लेखक शौकत मिर्ज़ा साहब की कविताओं की एक किताब मिल जाती है, जो उसके मन मे उठ रहे ज़िंदगी के अनेक गम्भीर सवालो का जवाब बन जाती है। हर रोज़, हर तरफ, ऐसे हालात हैं जो अवसाद और निराशा को आमंत्रित करते है- लगता है कि समाज की भलाई …
MANOVRITTI - Part 3
प्रेमचंदजी निर्विवाद ही आधुनिक हिंदी साहित्य के प्रणेता रहे हैं और उनकी कुछ कहानियों से तो ये अनुमान लगाना ही असम्भव है कि ये दशकों पहले लिखी गई हैं – ऐसी ही एक कहानी है, मनोवृत्ति, 1900 के दशक की शुरुआत में लिखी गई मनोवृत्ति आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी उस समय थी - शायद आज के दौर में और भी अध…
MANOVRITTI - Part 2
प्रेमचंदजी निर्विवाद ही आधुनिक हिंदी साहित्य के प्रणेता रहे हैं और उनकी कुछ कहानियों से तो ये अनुमान लगाना ही असम्भव है कि ये दशकों पहले लिखी गई हैं – ऐसी ही एक कहानी है, मनोवृत्ति, 1900 के दशक की शुरुआत में लिखी गई मनोवृत्ति आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी उस समय थी - शायद आज के दौर में और भी अध…
MANOVRITTI - Part 1
प्रेमचंदजी निर्विवाद ही आधुनिक हिंदी साहित्य के प्रणेता रहे हैं और उनकी कुछ कहानियों से तो ये अनुमान लगाना ही असम्भव है कि ये दशकों पहले लिखी गई हैं – ऐसी ही एक कहानी है, मनोवृत्ति, 1900 के दशक की शुरुआत में लिखी गई मनोवृत्ति आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी उस समय थी - शायद आज के दौर में और भी अध…
SIRPANCHAMI KA SAGUN - Part 3
4 मार्च 1921 को बिहार के पुनिया जिले के औराहीहिना गंव मे जन्मे रेणुजी अपनी माटी, अपने गंवई गंव के लोगो की जीवन कथा को, उनकी सांस्कृतिक सम्पन्नता को, उनके मन की कोमलता को बड़े ही मार्मिक ढंग से प्रस्तुत करते हैं. आंचलिकता के रंग मे सराबोर, सामाजिक सारोकार लिये ये कहानी, सिरपंचमी का सगुन, रेणुजी ने 19…
SIRPANCHAMI KA SAGUN - Part 2
4 मार्च 1921 को बिहार के पुनिया जिले के औराहीहिना गंव मे जन्मे रेणुजी अपनी माटी, अपने गंवई गंव के लोगो की जीवन कथा को, उनकी सांस्कृतिक सम्पन्नता को, उनके मन की कोमलता को बड़े ही मार्मिक ढंग से प्रस्तुत करते हैं. आंचलिकता के रंग मे सराबोर, सामाजिक सारोकार लिये ये कहानी, सिरपंचमी का सगुन, रेणुजी ने 19…