कई नाम है इसके, सबके प्यारे हैं वो, नटखट, माखन चोर, मैया यशोदा की आँखों के तारे, नन्दबाबा के दुलारे, ग्वालों के सखा, राधा के श्याम, गोपियों के प्रिय है वो। श्री कृष्ण ने द्वापर युग में पृथ्वी पर अपनी लीलाएँ रची। उनकी लगभग 127 साल की जिंदगी को तीन लीलाओं में बाँटा गया है। जन्म से लेकर 11 साल 6 महीने…