इस हफ्ते लोकगीत की विवाह special कड़ी में से हम लेकर आए हैं आपके लिए एक प्राचीन काल का गीत जिसे अपने शब्दों से सुसज्जित किया था अमीर खुसरो जी ने वही खुसरो जी जिनका भारत के शास्त्रीय संगीत और साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान रहा है , सालों से ये गीत अनेक संगीत के दीवानों के दिलों को छूता आरहा है ॥ इसके बोल हैं " आज नवल बना बनड़ी को . माना जाता है कि यह गीत उस समय गाया जाता है जब दुल्हा अपनी दुल्हन को उसकी चौखट पर लेने पहुंचता है "
इस खास गीत को पुनः प्रस्तुत करने का प्रयास किया है आधुनिक काल की Gauri, Ashutosh और Sidhhant Kumar ने॥ आइए सुनते हैं इस खूबसूरत प्रस्तुति को.