आज में अपनी बातें आपको तीन किस्सो में सुनाती हूँ।
१- ज़िन्दगी को आप जिस नज़र से देखते हैं उसी नज़र से ज़िन्दगी भी आपको देखती हैं | अगर हम दुसरो का भला सोचेंगे, वही हमारे साथ भी होगा।
२- हमे समय को अपना दोस्त बनाकर उसके साथ चलना चाहिए, समय जो है वो चलता रहता है। अगर हम वक़्त के साथ नही बड़े, तो कई मौके हमारे हाथ से निकल जायेंगे।
३- प्रकृति को बड़ने से रोका नहीं जा सकता। भले ही हमे जिंदगी में बदलाव नहीं चाहिए पर वह होगा ही। चाहे वह हमारे अंदर की मानव प्रकृति हि क्यों ना हो।