Autho: Mukesh Mohini Kumar
यह कहानी एक 9 साल के बच्चे की जिंदगी के कुछ खट्टे मीठे अनुभवों का संग्रह है। यह बच्चा जो अभी भी अपने आस पास होने वाली सब चीज़ों को समझने की कोशिश कर रहा है - क्लास में, दोस्तों के साथ और हाँ घर पर भी। वह बच्चा हो अक्सर किसी दुविधा में फास जाता है , जिससे उसके घर वाले और दोस्त दबाव डालकर कुछ करने को कहते हैं, और जो अपने बड़े भाई को अपना उपदेशक मानता है। इनकी जिंदगी आपको…