संविधान में एक राष्ट्र के नागरिकों के रूप में हम सबको आबद्ध करने की शक्ति तथा हमारी सामूहिक शक्ति समाहित है। समय की मांग है कि हम सत्यनिष्ठा और समर्पित भाव से इस शक्ति और संविधान में निहित बातों के प्रति जन-जन को परिचित कराने का निरंतर प्रयास करें। भारतीय संविधान के इस अमृत वर्ष पर किशोर मकवाणा का आलेख |