Karma Yoga is a book of lectures by Swami Vivekananda. Karma Yoga is a mental discipline that allows a person to carry out his/her duties as a service to the entire world and a path to enlightenment. Yoga is basically psycho-philosophical and scientific and has little of sectarian or religion in it. Vivekananda was the first modern teacher who presented and promoted these in the West. The present collection of all the four yogas in his own words provides a unique opportunity to learn and understand the subject in its totality and comprehensiveness.
कर्म योग स्वामी विवेकानंद के व्याख्यानों की एक पुस्तक है। कर्म योग एक मानसिक अनुशासन है जो एक व्यक्ति को पूरी दुनिया की सेवा और आत्मज्ञान के मार्ग के रूप में अपने कर्तव्यों को पूरा करने की अनुमति देता है। योग मूल रूप से मनो-दार्शनिक और वैज्ञानिक है और इसमें संप्रदाय या धर्म का अंश बहुत कम है। विवेकानंद पहले आधुनिक शिक्षक थे जिन्होंने इन्हें पश्चिम में प्रस्तुत और प्रचारित किया। सभी चार योगों का वर्तमान संग्रह उन्हीं के शब्दों में इस विषय को उसकी समग्रता और व्यापकता में सीखने और समझने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है।
Connect with us on:
Instagram : https://www.instagram.com/readersbook...
Facebook : https://www.facebook.com/readersbooks...
Telegram : https://telegram.me/readersbooksclub
Twitter : https://twitter.com/readerbooksclub