Bhakti-Yoga is a real, genuine search after the Lord, a search beginning, continuing, and ending in love. One single moment of the madness of extreme love to God brings us eternal freedom.
In this book, Swami Vivekananda expounds on how this path of Bhakti leads man to God. Being an exposition by one of the pioneers in the religious and spiritual realm of modern times, the value of this work need not be emphasized. Lucid, simple, and to the point, the words of the Swami touch the hearts of the readers and puts them on the divine path of love supreme.
भक्ति-योग भगवान के लिए एक वास्तविक, सच्ची खोज है, एक खोज जो शुरू होती है, जारी रहती है, और प्रेम में समाप्त होती है। ईश्वर के प्रति अत्यधिक प्रेम के पागलपन का एक क्षण हमें शाश्वत मुक्ति प्रदान करता है।
इस पुस्तक में स्वामी विवेकानंद बताते हैं कि भक्ति का यह मार्ग किस प्रकार मनुष्य को ईश्वर की ओर ले जाता है। आधुनिक समय के धार्मिक और आध्यात्मिक क्षेत्र के अग्रदूतों में से एक की व्याख्या होने के नाते, इस कार्य के मूल्य पर जोर देने की आवश्यकता नहीं है। स्पष्ट, सरल, और बिंदु तक, स्वामी के शब्द पाठकों के दिलों को छूते हैं और उन्हें प्रेम के दिव्य मार्ग पर ले जाते हैं।
Connect with us on:
Instagram : https://www.instagram.com/readersbook...
Facebook : https://www.facebook.com/readersbooks...
Telegram : https://telegram.me/readersbooksclub
Twitter : https://twitter.com/readerbooksclub